हमारी परंपरा और संस्कृति हमेशा से खास रही हैं खानपान से लेकर पहनावे तक , प्राचीन समय से ही हमारा अंदाज सबसे अलग रहा है खासकर महिलाओं के कपड़े की बात ही अलग है जिसमें बहुत ही विशेष प्रकार की चीज है साड़ी सदियों से ही साड़ी महिलाओं के लिए एक विशेष प्रकार का कपड़ा हैं तीज त्योहार और विशेष प्रकार के त्योहार पर महिलाएं इसे पहनती हैं और सजती संवरती हैं
साड़ी पहनने से हो रहा कैंसर क्लिक करके देखे (क्यों साड़ी पहनने से हो रहा कैंसर2024)
लेकिन बीते दिनों पर सोशल मीडिया पर एक बहुत ही डरावनी खबर आ रही है की साड़ी से साड़ी कैंसर हो रहा है तो इसके पीछे की सच्चाई आज इस ब्लॉग में जानेंगेऔर समझेंगे कि साड़ी नामक कैंसर क्या है
सबसे पहले साल 2011 में डॉक्टर ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जनरल में इस तरह के दो घटानत की सूचना दी
उन्होंने कहा कि लगातार और लंबे समय तक कास्टर साड़ी पहनने से कमर में डर्मेटोस यानी कमर में घाव हो गया है कमर में यह डर्मेटोस घातक बीमारी का रूप ले रहा है
बता दू की साड़ी पहनने के कारण Squamous-cell carcinoma (SCC) कैंसर का खतरा बढ़ रहा है
Squamous -Cell carcinoma एक प्रकार का त्वचा कैंसर है जो आपकी त्वचा की ऊपरी परत एपिडर्मिस में Squamouse कोशिकाओं की अत्यधिक उत्पादन के कारण होता है
इस तरह के कैंसर भारतीय महिलाओं में बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं यह निशान कमर पर पेटिकोट पहने वाले सूती नारे के कारण होती हैं इसके कारण कमर पर रगड़ आता है और जिसके कारण कमर पर काला निशान पड़ जाता हैऔर आगे चलकर यह निशान स्किन कैंसर का रूप ले लेता है जो महिलाएं बहुत ज्यादा गर्मी में रहती हैं उन्हें इस बीमारी का खतरा होने का सबसे अधिक चांस रहता है हालांकि केवल सदी तक ही सीमित नहीं है कसकर पहने जाने वाली पेटिकोट धोती जींस यहां तक बेल्ट भी इस गंभीर समस्या का कारण बनता है
यह पुरानी जलन या घर्षण के संपर्क में आने से शरीर पर आसानी से विकसित हो सकता है
और इसकी लक्षण की बात करी जाए तो त्वचा पर गोल-गोल खुजली दार धब्बे और अल्सर की शिकायत रहती है और साथ ही साथ कमर के पास उठी हुई गांठे बनती हुई दिख सकती हैं
ऐसे में इनसे बचाव के लिए जरूरी है कि अगर आप इसे ज्यादा तर साड़ी पहनती हैं तो इनसे होने वाले बदलाव पर ध्यान दें और किसी भी प्रकार का बदलाव दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
साथी जींस पेटिकोट या बेल्ट को ढीली करके पहने और रात को कमर पर मॉइश्चराइजर लगाकर होने वाले छालों पर लगाकर दर्द को कम कर सकते हैं
तो कुल मिलाकर या कहा जा सकता है कि साड़ी कैंसर का मूल रूप से कारण नहीं बन सकती है ऐसा कमर के पास कोई भी टाइट चीज पहनने के कारण हो सकता है
इसीलिए साड़ी कैंसर शब्द भ्रामक हो सकता है आज की वीडियो में बस इतना ही फिर मिलेंगे एक नई खबर के साथ तब तक के लिए पढ़ते रहिए मेरा ब्लॉग और कमेंट करते रहिए